Friday, May 17th, 2024

फर्जी हस्ताक्षर करने से रोका तो महिला प्रोफेसर पर झूम पडी तकनीकी सहायक

महिला से हुई महिला की झूमाझटकी बनी बीयू में चर्चा का मुद्दा

जनवरी में बिना बीयू आए ही महिला तकनीकी सहायक चाहतीं हैं पूरा वेतन

भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के जेनेटिक्स विभाग में एक चौकाने देने वाला मामला सामने आया है, जो चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। इसमें महिला प्रोफेसर से महिला तकनीकी सहायक ने दिसंबर माह में अनुपस्थित होने के बाद भी उपस्थिति रजिस्टर पर ऐप्सेंट के ऊपर जबरिया हस्ताक्षर कर दिए हैं। महिला प्रोफेसर के इंकार करने के बाद महिला तकनीकी सहायक ने उनसके साथ झूमाझटकी तक कर दी। इस घटनाक्रम की शिकातय कुलपति और रजिस्ट्रार से की गई है।  अनिल प्रकाश माइक्रोबायोलाजी हैं।

बीयू के जेनेटिक्स विभाग की प्रोफेसर रेखा खंडया कार्यरत हैं। उनके अधीन तकनीकी सहायक उर्मिला यादव कार्यरत हैं। उर्मिला दिसंबर माह में एक भी दिन बीयू नहीं गर्इं। वे गत दिनों बीयू पहुंची और उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर में लाल पेन से लगे ऐप्सेंट के ऊपर अपने उपस्थित होने के हस्ताक्षर कर दिए। फर्जी हस्ताक्षर देख प्रोफेसर ख्ांडया ने विरोध किया, तो उर्मिला ने उनसे झूमाझटकी शुरू कर दी। इस दौरान उर्मिला ने प्रोफेसर खंडया का हाथ तक मरोड दिया। इससे उनके हाथ में तकलीफ हो गई है। प्रो. खंडया ने घटना की शिकायत रजिस्ट्रार अजित श्रीवास्तव और कुलपति आरजे राव से कर दी है।

बूटा ने जताई जताई नाराजगी
 प्रकरण बरकतउल्ला विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की बैठक में रखा गया। इसमे निर्णय लिया गया है कि उर्मिला को दिसंबर माह का वेतन नहीं दिया जाए और उनका स्थानांतरण दूसरे विभाग में किया जाए। प्रोफेसरों का कहना है कि कर्मचारी अपनी मनमर्जी करते हैं। इस तरह की घटनाएं प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर चोट करती हैं। इसलिए उर्मिला को निलंबित भी किया जाना चाहिए। ताकि कर्मचारियों की मनमर्जी पर अंकुश लग सके।

पहले भी हुआ था स्थानांतरण
उर्मिला फार्मेसी विभाग में थीं। जहां उनकी गतिविधियां सही नहीं होने के कारण कामर्स विभाग भेजा गया था, लेकिन यहां भी उनकी गतिविधियां सही नहीं होने कारण उन्हें जेनेटिक्स विभाग में स्थानांतरित किया गया था। अब यहां से भी उनका स्थानांतरण किया जाएगा।  

वर्जन
घटना की शिकायत मिल चुकी है। अब जांच होने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
अजीत श्रीवास्तव, रजिस्ट्रार, बीयू

मैं विभाग में घटित हुई घटना की निंदा करता हूं। बीयू प्रशासन को जांच कर दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई करना चाहिए।
अनिल प्रकाश, प्रभारी विभागाध्यक्ष, जेनेटिक्स विभाग बीयू

 

संबंधित ख़बरें

आपकी राय

1 + 7 =

पाठको की राय